top of page

देव उठनी एकादशी 2025जब विष्णु जागते हैं और सौभाग्य के द्वार खुलते हैं By Jyotish Acharya Manisha Agarwal | NumeroJyotish.in

Oct 30

2 min read

3

47

आज विष्णु जागे — आपका सौभाग्य भी जागे
आज विष्णु जागे — आपका सौभाग्य भी जागे

तिथि और शुभ समय (Panchang)

विवरण

समय

एकादशी प्रारंभ

1 नवंबर 2025, सुबह 9:11 बजे

एकादशी समाप्त

2 नवंबर 2025, सुबह 7:31 बजे

हरि वासर समाप्त

2 नवंबर 2025, दोपहर 12:55 बजे

पारण समय (व्रत खोलना)

2 नवंबर 2025, दोपहर 1:11 बजे – 3:24 बजे

✅ पारण हरि वासर समाप्त होने के बाद करना अनिवार्य है।


देव उठनी एकादशी का आध्यात्मिक रहस्य

देव उठनी एकादशी, जिसे प्रबोधिनी एकादशी भी कहा जाता है,वह पावन क्षण है जब चार महीनों की योगनिद्रा के बादश्रीहरि विष्णु जागृत होते हैं।

यह दिन चातुर्मास का समापन औरसभी शुभ कार्यों की पुनः शुरुआत का संकेत है —

  • विवाह

  • गृह प्रवेश

  • मांगलिक कार्य

  • नये व्यवसाय का आरंभ

  • निवेश

  • धार्मिक अनुष्ठान

आज से ब्रह्मांड की शुभ ऊर्जा पुनः सक्रिय होती है।


ज्योतिषीय महत्व

देव उठनी एकादशी परबृहस्पति (गुरु) और चंद्र की दिव्य ऊर्जा चरम पर होती है।

ग्रह

परिणाम

बृहस्पति

भाग्य, विवाह, संतान, समृद्धि की वृद्धि

चंद्रमा

मन, शांति, भावनाएँ, भक्ति की पवित्रता

इस दिन की गयी भक्ति और संकल्पदोगुना फल देते हैं।

जिनकी कुंडली में:

  • विवाह में विलंब

  • संतान में बाधा

  • धन रुकावट

  • मानसिक बेचैनी

  • गुरु अशुभ या चंद्र अशांत हो

उनके लिए यह दिन विशेष रूप से फलदायी है।


पूजा विधि

सुबह

  • स्नान करके पीले/सफेद वस्त्र पहनें

  • विष्णु-लक्ष्मी का पूजन

  • गंगाजल, चंदन, अक्षत, पीले पुष्प चढ़ाएँ

  • शंख में जल भरकर श्रीहरि का अभिषेक

जप:“ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” (108 बार)


तुलसी विवाह (अत्यंत शुभ)

तुलसी को माता और विष्णु को नारायण माना गया है।इस दिन तुलसी विवाह करना जीवन मेंसमृद्धि, वैवाहिक सुख और सौभाग्य लाता है।

✅ तुलसी को कुमकुम, चंदन, पुष्प✅ शंख-घंटा ध्वनि✅ दीपक और नैवेद्य

मंत्र:“ॐ लक्ष्मीनारायणाय नमः”

जिनका विवाह रुक रहा है —वे आज संकल्प लेकर यह पूजा करें।


आज के शक्तिशाली उपाय

उपाय

प्रभाव

तुलसी के पास घी का दीप

घर में लक्ष्मी स्थिर होती है

11 कौड़ी + हल्दी तिजोरी में

धन वृद्धि व सुरक्षा

पीला वस्त्र दान

गुरु ग्रह अनुकूल

गीता का 1 अध्याय

मानसिक शांति, सद्बुद्धि

कपूर + लौंग जलाएँ

नकारात्मकता नाश

शंख में जल अभिषेक

तेज, सौभाग्य, रोग निवारण

आज क्या न करें

  • झूठ / अपमान / क्रोध

  • कटु वाणी

  • नकारात्मक विचार

  • तामसिक भोजन, शराब

  • किसी भी शुभ कार्य की निंदा


शास्त्र संदेश

“तुलसी बिना विष्णु नहीं, विष्णु बिना लक्ष्मी नहीं।”

जो भक्त इस दिन श्रीहरि को जाग्रत करअपने जीवन को भी जागृत करने का संकल्प लेता है —उसके जीवन में भाग्य प्रकाशमान हो जाता है।

यह केवल पूजा का दिन नहीं —आत्मिक उत्थान और नए जीवन का आरंभ है।


निष्कर्ष

देव उठनी एकादशीभाग्य, विवाह, परिवार, संपत्ति और सुख-समृद्धि का द्वार खोलती है।

आज श्रद्धा से किया गया छोटा सा संकल्पजीवन में बड़ा परिवर्तन ला सकता है।

आज संकल्प लीजिए —जागृत विष्णु के साथ अपने जीवन के सुख व सौभाग्य को भी जगाइए।


व्यक्तिगत ज्योतिष परामर्श हेतु संपर्क

Jyotish Acharya Manisha Agarwal📲 98303 89477🌐 www.numerojyotish.in


dev uthani ekadashi 2025 date, prabodhini ekadashi puja, tulsi vivah 2025, ekadashi vrat rules, lakshmi narayan puja, jyotish acharya manisha agarwal, numerojyotish

Oct 30

2 min read

3

47

Related Posts

bottom of page