
धनतेरस 2025 – धन, आरोग्य और समृद्धि का दिव्य रहस्य By Jyotish Acharya Manisha Agarwal
Oct 17
2 min read
1
95

(Dhanteras – When Jupiter and Venus Bless with Abundance)
धनतेरस का दिन दीपावली की शुरुआत का प्रतीक है —यह केवल खरीदारी का दिन नहीं, बल्कि धन, स्वास्थ्य और शुभ ग्रहों के आह्वान का अवसर है।
ज्योतिषीय महत्व
धनतेरस का संबंध गुरु (बृहस्पति) और शुक्र ग्रह से माना जाता है।जहाँ गुरु ज्ञान, विस्तार और धन का प्रतीक है, वहीं शुक्र ऐश्वर्य, सौंदर्य और भौतिक सुखों का प्रतिनिधि है।इस दिन इन दोनों ग्रहों की ऊर्जा सबसे अधिक सक्रिय होती है।
अगर सही विधि से पूजन और ग्रह संतुलन के उपाय किए जाएँ,तो यह दिन जीवन में धन प्रवाह, स्थायित्व और स्वास्थ्य लाने वाला बन सकता है।
पौराणिक कथा
कहानी के अनुसार, इस दिन समुद्र मंथन से भगवान *धन्वं तरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे।इसलिए इस दिन को आरोग्य और दीर्घायु के लिए भी श्रेष्ठ माना गया है।
एक अन्य कथा के अनुसार, राजा हिमा के पुत्र की मृत्यु भविष्यवाणी के अनुसार चौदह वर्ष की आयु में सांप के काटने से होनी थी।परन्तु धनतेरस की रात उसकी पत्नी ने दीपक जलाकर और सोने-चाँदी के गहनों को सजा कर यमराज का स्वागत किया।यमराज उसकी भक्ति से प्रसन्न हुए और उसके पति का जीवन सुरक्षित हो गया।तभी से इस दिन दीपदान का विशेष महत्व है।
धनतेरस पूजन विधि
समय: सायंकाल के समय प्रदोष काल में पूजन सर्वोत्तम है।
पूजन देवता:
भगवान धन्वंतरि
श्रीकुबेर
माता लक्ष्मी
सामग्री: दीपक, कुमकुम, चावल, पुष्प, तुलसी पत्र, घी, सुपारी, और मिठाई।
मंत्र:“ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नमः।” (108 बार जप)
दीपदान: घर के मुख्य द्वार पर पाँच दीपक जलाएँ — धन स्थिरता और नकारात्मकता निवारण हेतु।
धनवृद्धि के विशेष उपाय
1. श्री यंत्र पूजन
लाल कपड़े पर स्थापित कर घी का दीपक जलाएँ और लक्ष्मी मंत्र जपें।लाभ: धन प्रवाह और व्यवसायिक वृद्धि।
2. पीली कौड़ी उपाय
धनतेरस पर 11 पीली कौड़ियाँ लक्ष्मी माँ को अर्पित करें,फिर दीपावली की रात 7 कौड़ियाँ तिजोरी में रखें।लाभ: धन स्थायित्व और आर्थिक सुरक्षा।
3. कुबेर साधना
उत्तर दिशा में कुबेर यंत्र रखें,मंत्र जपें: “ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय नमः।”लाभ: अप्रत्याशित धन लाभ।
4. धन्वंतरि पूजन (स्वास्थ्य हेतु)
तुलसी पत्र, गाय का घी और जल से भगवान धन्वंतरि को अर्पित करें।लाभ: रोग निवारण और आरोग्य की प्राप्ति।
क्या न करें धनतेरस के दिन
कर्ज लेना या उधार देना टालें।
टूटी, गंदी, या पुरानी वस्तुएँ न खरीदें।
विवाद या कटु वाणी से बचें।
अंधेरे में दीपक बुझाना अशुभ माना जाता है।
संकल्प
“मैं (अपना नाम), आज धनतेरस के पावन अवसर परधन, आरोग्य और समृद्धि की प्राप्ति हेतुभगवान धन्वंतरि, कुबेर औ र माँ लक्ष्मी का आशीर्वाद माँगता/माँगती हूँ।”
निष्कर्ष
धनतेरस केवल सोना-चाँदी खरीदने का पर्व नहीं —यह धन, आरोग्य और सद्भाव का उत्सव है।यदि श्रद्धा और सही विधि से पूजन किया जाए,तो यह दिन जीवन में स्थिरता और समृद्धि का प्रारंभ बन सकता है।
परामर्श हेतु
Jyotish Acharya Manisha Agarwal📞 98303 89477 🌐 www.numerojyotish.in
धनतेरस 2025 – धन, आरोग्य और समृद्ध ि का दिव्य रहस्य | NumeroJyotish
जानिए धनतेरस 2025 का ज्योतिषीय महत्व, पूजन विधि, धनवृद्धि के उपाय और क्या न करें। ज्योतिष आचार्य मनीषा अग्रवाल द्वारा।
धनतेरस 2025, Dhanteras Remedies, Dhanteras Puja, Jyotish Acharya Manisha Agarwal, NumeroJyotish, Dhanteras Ke Upay, Kuber Puja, Dhanvantari Puja






