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शरद पूर्णिमा 2025: ज्योतिषीय महत्व, पूजा विधि और खास उपाय

Oct 4

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क्या आप जानते हैं शरद पूर्णिमा की रात चंद्रमा की रोशनी अमृत तुल्य क्यों मानी जाती है? जानिए उपाय और रहस्य।
क्या आप जानते हैं शरद पूर्णिमा की रात चंद्रमा की रोशनी अमृत तुल्य क्यों मानी जाती है? जानिए उपाय और रहस्य।

शरद पूर्णिमा, जिसे कोजागरी पूर्णिमा भी कहा जाता है, इस वर्ष 6 अक्टूबर 2025 (सोमवार) को पड़ रही है।यह रात्रि अत्यंत पवित्र और चमत्कारी मानी जाती है क्योंकि इस दिन चंद्रमा अपनी सोलह कलाओं से पूर्ण होता है और अपनी किरणों में अमृत तुल्य औषधीय ऊर्जा लेकर पृथ्वी पर उतरता है।

हिंदू धर्म और ज्योतिष शास्त्र में इसका विशेष महत्व है। इस दिन लक्ष्मी माता की पूजा, चंद्रमा को अर्घ्य और विशेष उपाय करने से धन, स्वास्थ्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है।


शरद पूर्णिमा का ज्योतिषीय महत्व

  1. चंद्रमा की पूर्ण किरणें – स्वास्थ्य और मानसिक शांति प्रदान करती हैं।

  2. लक्ष्मी कृपा का दिन – इस रात को "कोजागरी" कहा जाता है, जिसका अर्थ है – "कौन जाग रहा है?"। माता लक्ष्मी इस रात जागरण करने वालों को आशीर्वाद देती हैं।

  3. धन लाभ योग – ज्योतिष अनुसार यह रात्रि व्यापार, धन वृद्धि और सौभाग्य का कारक है।

  4. साधना का समय – इस दिन किए गए मंत्र जाप और साधना कई गुना फलदायी माने जाते हैं।


शरद पूर्णिमा की पूजा विधि

  • स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र पहनें।

  • घर में या मंदिर में माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करें।

  • चंद्रमा को दूध मिश्रित जल से अर्घ्य दें।

  • चंद्रमा की किरणों में खीर बनाकर रखें और आधी रात बाद परिवार सहित प्रसाद रूप में ग्रहण करें।


शरद पूर्णिमा के विशेष उपाय

1. धन वृद्धि के लिए

चंद्रमा को दूध और शक्कर का अर्घ्य दें, और यह मंत्र जपें:ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः॥

लाभ – माता लक्ष्मी की कृपा से घर में धन की वृद्धि।


2. स्वास्थ्य लाभ के लिए

  • पूर्णिमा की रात चंद्रमा की रोशनी में रखी खीर ग्रहण करें।

  • महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जप करें।

लाभ – रोग निवारण और दीर्घायु।


3. व्यापार में प्रगति के लिए

  • व्यवसाय स्थल पर 11 घी के दीपक जलाएँ।

  • कुबेर यंत्र की स्थापना करें और 21 बार कुबेर मंत्र जपें:ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्यप्रधानाय नमः॥

लाभ – व्यापार में उन्नति और स्थिरता।


4. वैवाहिक जीवन और रिश्तों के लिए

  • चंद्रमा को शहद अर्पित करें।

  • “ॐ सोमाय नमः” मंत्र का जप करें।

लाभ – रिश्तों में मधुरता और दांपत्य सुख।


5. नकारात्मक ऊर्जा दूर करने के लिए

  • चंद्रमा की रोशनी में घर के चारों कोनों में दीपक रखें।

  • “ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै॥” मंत्र का जाप करें।

लाभ – नकारात्मक ऊर्जा और बाधाओं से मुक्ति।


निष्कर्ष

शरद पूर्णिमा 2025 सिर्फ चंद्र दर्शन का दिन नहीं है, बल्कि यह धन, स्वास्थ्य, रिश्ते और अध्यात्म को संतुलित करने का एक दिव्य अवसर है।इस रात जागरण कर माता लक्ष्मी की पूजा और चंद्रमा अर्घ्य से जीवन में सुख-समृद्धि और सकारात्मकता बढ़ती है।


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  • Sharad Purnima 2025 | ज्योतिषीय महत्व, पूजा विधि और उपाय – NumeroJyotish

  • जानिए शरद पूर्णिमा 2025 का महत्व, पूजा विधि और विशेष उपाय। धन, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए सरल उपाय Acharya Manisha Agarwal से।

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